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जन्नत का जुमा बाज़ार


हजरत अनस बिन मालिक رضی اللّٰہ تعالیٰ عنہ बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह صلی اللّٰہ تعالیٰ علیہ واٰلہٖ وسلّم ने फरमायारू जन्नत में एक बाजार है जिसमें जन्नती हर जुमा को आया करेंगे, फिर शुमाल की हवा चलेगी जिससे उनके चेहरे और कपड़े भर जाएंगे और उनका हुस्नो जमाल और बढ़ जाएगा, फिर वो अपने अहल की तरफ लौट जाएंगे तो वो कहेंगे

 
अल्लाह की कसम ! हमारे (पास से जाने के) बाद तुम्हारा हुस्नो जमाल बहुत ज्यादा हो गया है,वो कहेंगे रू अल्लाह की क़सम ! हमारे बाद तुम्हारा हुस्नो जमाल भी बहुत ज्यादा हो गया है-
 
इमाम तिरमिजी रिवायत करते हैंरू
 
हजरत सईद बिन मुसैब رضی اللّٰہ تعالیٰ عنہ से रिवायत है, उन्होंने हजरत अबू हुरैरा رضی اللّٰہ تعالیٰ عنہ से मुलाक़ात की- हजरत अबू हुरैरा رضی اللّٰہ تعالیٰ عنہ ने कहारू मैं अल्लाह तआला से सवाल करता हूं कि वो हम दोनों को जन्नत के बाजार में इकट्ठा करे- हजरत सईद बिन मुसैब ने पूछारू क्या उसमें बाजार होंगे ?
 
हजरत अबू हुरैरा ने फरमायारू
 
हां (होंगे) मुझे सोहने महबूब मुहतरम हजरत मुहम्मदुर रसूलुल्लाह صلی اللّٰہ تعالیٰ علیہ واٰلہٖ وسلّم ने बताया कि (जन्नत में बाजार होंगे) जन्नती जब बाजारों में दाखिल होंगे तो अपने आमाल की फजीलत के मुताबिक़ उसमें उतरेंगे फिर दुनियावी जुमा के दिन के बराबर वक़्त में इजाजत दी जाएगी तो ये लोग अपने रब की जियारत से मुशर्रफ होंगे, उनके लिए अर्शे इलाही जाहिर होगा और अल्लाह तआला जन्नत के बागात में से एक बाग में तजल्ली फरमाएगा,जन्नतियों के लिए मिम्बर बिछाए जाएंगे जो नूर, मोती,याक़ूत,जबरजद, सोने और चांदी के होंगे,
 
उसमें से अदना मुश्क और काफूर के टीले पर बैठेंगे और वहां कोई शख्स अदना नहीं होगा- (वो कुर्सियों पर बैठने वालों को अपने से अफजल नहीं समझेंगे) फिर उन्होंने तवील हदीस जिक्र की,आगे चल कर उस हदीस में हैरू फिर हम बाजार में आएंगे जहां फरिश्ते ही फरिश्ते होंगे, ऐसा बाजार ना तो किसी आंख ने देखा ना किसी कान ने सुना और ना किसी दिल में उसका ख्याल गुजरा होगा,जो चीज हम चाहेंगे हमारी तरफ उठाई जाएगी और खरीदो फरोख्त ना होगी,उस बाजार में जन्नती एक दूसरे से मुलाक़ात करेंगे,नबी ए अकरम صلی اللّٰہ تعالیٰ علیہ واٰلہٖ وسلّم ने फरमायारू बलंद मरतबे वाला आगे बढ़ कर अदना मरतबे वाले से मिलेगा और वहां कोई अदना दर्जे का ना होगा,वो उसका लिबास देख कर परेशान हो जाएगा,अभी उनकी गुफ्तगूं खत्म होगी कि अपने जिस्म पर उससे भी खूबसूरत लिबास देखेगा ये इसलिए कि वहां किसी को रंजो गम ना होगा...!!!
 
واللہ اعلم بلثواب
 
اللہ اکبر کبیرا

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